1What Is Bitcoin Mining: क्रिप्टो माइनिंग में कजाखस्तान ऐसे बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश, जानिए कितना कमा सकते हैं इस बिजनस से! What Is Bitcoin Mining: पिछले साल चीन ने अचानक से क्रिप्टोकरंसी माइनिंग (Cryptocurrency Mining) पर पाबंदी लगा दी। कजाखस्तान ने मौके का फायदा उठाते हुए क्रिप्टो माइनिंग शुरू कर दी। आज कजाखस्तान में बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin Mining) का बिजनस खूब फल फूल रहा है। इसकी दो बड़ी वजहे हैं। पहली ये कि वहां बिजली सस्ती है और दूसरी ये कि वहां सरकार की नीतियां बिटकॉइन माइनिंग के समर्थन में हैं। Curated By | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 5 Feb 2022, 3:57 pm what is bitcoin mining how cryptocurrency mining works kazakhstan became second in crypto mining What Is Bitcoin Mining: क्रिप्टो माइनिंग में कजाखस्तान ऐसे बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश, जानिए कितना कमा सकते हैं इस बिजनस से! घरेलू खरीदारी की होड़ - मिक्सर ग्राइंडर, गीजर, वॉटर प्यूरीफायर और अन्य पर 70% तक की छूट। नई दिल्ली: क्रिप्टोकरंसी से पैसा कमाने वालों में दो तरह के लोग हैं। एक वो जो इसमें पैसे लगाकर मुनाफा कमाते हैं और दूसरे वो जो क्रिप्टोकरंसी की माइनिंग (Cryptocurrency Mining) से पैसे कमाते हैं। चीन में खूब क्रिप्टो माइनिंग होती थी, लेकिन पिछले साल चीन ने अचानक से क्रिप्टोकरंसी माइनिंग (Bitcoin Mining) पर पाबंदी लगा दी। ये देखते ही पड़ोसी देश कजाखस्तान ने मौके का फायदा उठाते हुए क्रिप्टो माइनिंग शुरू कर दी। आज की तारीख में क्रिप्टो माइनिंग के मामले में कजाखस्तान दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग से खूब कमा रहे लोग कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग से खूब कमा रहे लोग मर्दों के रसूख वाले क्रिप्टो माइनिंग के कारोबार में एक महिला मोल्दिर शुभायेवा ने एंट्री मारकर एक मिसाल कायम की है। मोल्दिर शुभायेवा पिछले करीब 4-5 सालों से क्रिप्टो माइनिंग का बिजनस कर रही हैं। वह अपने काम के लिए कितनी समर्पित हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि कई बार वह अधिक काम होने के चलते दफ्तर में ही सो जाती हैं। करीब 5 साल पहले बिटकॉइन माइनिंग में उनकी दिलचस्पी बढ़ी। इसके बाद उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर घर में ही बिटकॉइन माइनिंग की। नतीजे अच्छे मिले तो उसे बड़े लेवल पर करने की सोची और आज वह बिटकॉइन माइनिंग से खूब कमाती हैं। उन्हीं की तरफ बहुत सारे लोग कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग के जरिए खूब कमा रहे हैं। कजाखस्तान में क्यों फल-फूल रहा है क्रिप्टो माइनिंग बिजनस कजाखस्तान में क्यों फल-फूल रहा है क्रिप्टो माइनिंग बिजनस आज के वक्त में कजाखस्तान बिटकॉइन माइनिंग में 18 फीसदी हिस्सेदारी के साथ दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग के बिजनस ने 2019 में तेजी पकड़ी। कजाखस्तान में इस बिजनस के फलने-फूलने की दो वजहें हैं। पहला तो ये कि वहां बिजली सस्ती है, दूसरा ये कि सरकार की नीतियां इसके खिलाफ नहीं हैं। हालांकि, अधिक बिजली के लिए अधिक कोयला जल रहा है, जिससे प्रदूषण खूब फैल रहा है। कजाखस्तान में तेजी से बढ़ी क्रिप्टोमाइनिंग से कंप्यूटर और खासकर ग्राफिक्स कार्ड की तगड़ी मांग पैदा हुई। क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग? क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग? माइनिंग का नाम सुनते ही सबसे पहले सोने, हीरे या कोयले की खुदाई का ख्याल मन में आता है। क्रिप्टो माइनिंग या बिटकॉइन माइनिंग का मतलब पजल्स को सॉल्व करके नई बिटकॉइन बनाना है। चलिए थोड़ा आसान भाषा में समझते हैं। जिस तरह हम किसी को पैसे भेजने को लिए कोई ट्रांजेक्शन करते हैं तो वह पहले बैंक के पास जाती है और फिर बैंक उसे वैलिडेट कर के आगे भेजता है। क्रिप्टोकरंसी के मामले में कॉइन भेजने वाले उसे रिसीव करने वाले के बीच में बैंक जैसा कुछ नहीं होता है, बल्कि सिर्फ कंप्यूटर्स होते हैं। इन कंप्यूटर्स को कुछ लोग चलाते हैं, जिसके जरिए हर ट्रांजेक्शन वैलिडेट होती है। उनकी इस मेहनत के बदले उन्हें बिटकॉइन मिलते हैं। इसे ही बिटकॉइन माइनिंग कहते हैं। अन्य क्रिप्टोकरंसी में भी इसी तरह माइनिंग होती है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को भी आसान भाषा में समझें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को भी आसान भाषा में समझें जब कोई शख्स किसी दूसरे शख्स को क्रिप्टोकरंसी भेजता है, तो वह ट्रांजेक्शन कंप्यूटर्स के पास जाती है। इनके जरिए क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन को वेलिडेट किया जाता है और इन्हें डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में शामिल किया जाता है। यह सारी ट्रांजेक्शन एक ब्लॉक में दर्ज होती हैं और इस ब्लॉक की साइज करीब 1 एमबी की होती है। जब एक ब्लॉक भर जाता है तो उसे ब्लॉक कर के नया ब्लॉक बनाया जाता है और नए ब्लॉक को पहले वाले ब्लॉक से जोड़ा जाता है। यह सारे ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े रहते हैं, जिससे एक चेन सी बन जाती है। इसी वजह से इसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कहा जाता है। माइनर्स निभाते हैं अहम भूमिका माइनर्स निभाते हैं अहम भूमिका डिजिटल करेंसी की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को आसानी से मैनिपुलेट किया जा सकता है। यही वजह है कि बिटकॉइन के डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में केवल मान्यता प्राप्त माइनर्स को ही डिजिटल लेजर में ट्रांजैक्शंस अपडेट करने की अनुमति है। इस तरह यह सुनिश्चित करना माइनर्स का काम है कि नेटवर्क पर डबल स्पेंडिंग न हो। इसी वजह से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है, जिसमें पूरी चेन में जुड़े हर कंप्यूटर पर जानकारी मौजूद होती है, जिससे यह तकनीक बेहद सुरक्षित बन जाती है। यूं होती है माइनिंग से कमाई यूं होती है माइनिंग से कमाई नेटवर्क को सुरक्षित रखने के लिए माइनर्स को इनाम के तौर पर नए कॉइन दिए जाते हैं। चूंकि डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर्स में कोई केंद्रीय अथॉरिटी नहीं है, इसलिए ट्रांजैक्शंस को वैलिडेट करने के लिए माइनिंग प्रोसेस बहुत अहम है। केवल मान्यता प्राप्त माइनर्स को ही डिजिटल लेजर में ट्रांजैक्शंस अपडेट करने की इजाजत है। इसके लिए प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) consensus protocol बनाया गया है। PoW नेटवर्क को बाहरी हमलों से भी बचाता है। एडवांस मशीनों की होती है जरूरत एडवांस मशीनों की होती है जरूरत क्रिप्टो माइनिंग एक तरह से बहुमूल्य धातुओं की माइनिंग की तरह है। जिस तरह सोना, चांदी या हीरे को निकाला जाता है, उसी तरह क्रिप्टो माइनर्स सर्कुलेशन में नए कॉइन रिलीज करते हैं। इसके लिए ऐसी मशीनों को काम पर लगाया जाता है जो गणित के जटिल समीकरणों को सुलझाते हैं। इन समीकरणों की जटिलता लगातार बढ़ती ही जा रही है। समय के साथ-साथ माइनर्स ने PoW को सुलझाने के लिए ज्यादा एडवांस्ड मशीनों को लगाया है। माइनर्स के बीच प्रतिस्पर्द्धा बढ़ने से क्रिप्टोकरेंसी की कमी भी बढ़ी है। कौन कर सकता है माइनिंग? क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग के लिए ऐसे कम्प्यूटर चाहिए, जिनमें जटिल क्रिप्टोग्राफिक मैथमेटिक इक्वेशंस को सॉल्व करने के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर हो। बिटकॉइन के शुरुआती दिनों में इसे होम कम्प्यूटर से एक सिंपल सीपीयू चिप से माइन किया जा सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं रह गया है। आज इसके लिए स्पेशलाइज्ड सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसे चौबीसों घंटे भरोसेमंद इंटरनेट कनेक्शन के साथ जोड़े रखना पड़ता है। हर क्रिप्टो माइनर के लिए ऑनलाइन माइनिंग पूल का मेंबर होना जरूरी है। यह वीडियो भी देखें Cryptocurrency Mining: क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग और कैसे करती है काम के बारे में No Designation Read More क्या आपको भी ध्यान में दिखाई देते हैं अलग-अलग रंग? जानिए इन 8 रंगों के दिखने का क्या है आध्यात्मिक अर्थ अगला लेख Digital Currency: जानिए क्यों मास्टरस्ट्रोक है सरकार का 'Digital Rupee' लॉन्च करने का फैसला Motor Insurance: नो क्लेम बोनस तीन साल तक लैप्स नहीं होता, जानिए किस परिस्थिति में SBI, PNB और बैंक ऑफ बड़ौदा: कॉल और SMS पर मिलती हैं ये बैंकिंग सर्विसेज, कहीं जाने की नहीं होगी जरूरत आपके EPF पर रहता है 7 लाख रुपये तक का फ्री बीमा, कोविड से मौत भी होती है कवर India's historical Budgets: वे ऐतिहासिक बजट जिन्होंने बदल दी देश की आर्थिक तस्वीर NEWS : Local NewsIndia NewsBusiness NewsWorld NewsSports NewsEntertainment News ELECTION : Chunav 2023MP Election 2023Rajasthan Election 2023Chhattisgarh Election 2023Mizoram Election 2023Lok Sabha Chunav 2024 SPORTS : Sports NewsCricket NewsHockey NewsFootball NewsWrestling News STATE : Bihar NewsUP NewsRajasthan NewsMP NewsPunjab Haryana News BUSINESS : Business NewsPersonal FinanceIncome TaxProperty NewsRailway News WORLD : World NewsPakistan NewsChina NewsAmerica NewsUAE News LIFESTYLE : Health NewsFashion NewsBeauty TipsHome DecorRecipeRelationship TipsFamily Baby Care Tips ENTERTAINMENT : EntertainmentTV NewsWeb SeriesBox OfficeSouth Movie NewsMovie ReviewBhojpuri CinemaHollywood NewsBigg Boss OTTInterviews APNA BAZAAR : FashionKitchen & DiningElectronicsHealth & FitnessMobile PhonesBeautyGroceryGiftsAmazon OffersApna Bazaar ASTROLOGY : Aaj Ka RashifalAaj Ka PanchangAarti BhajanGrah NakshatraReligion & RitualsFestival & FastsSpiritualityVaastu ShastraHastrekha GyanRashifal Videos TIMESXP VIDEOS : VideosNews VideosEntertainment VideoAuto VideoTech VideoFake it IndiaSports VideosBusiness VideosUP VideosBihar VideosMP Videos HINDI SPEAKING TREE : SpiritualityYoga MeditationAdhyatmik GuruHolistic HealingSpirituality NewsCuriosityMotivationMythologyVideo VIRAL ADDA : Viral VideoVideo ViralLife HacksWishes in HindiViral PictureIndian Wedding VideoDiesel Jacket Memes EDUCATION : EducationEducation NewsAdmissionJob NewsAbroad StudyExam Result AUTO : Auto NewsAuto TipsCar Bike ReviewCar Bikes TRAVEL : Tourist DestinationWeekend DestinationHoneymoon DestinationAdventure TripTravel Tips TECH : Tech NewsGadgets NewsTech TipsTech Review TOP STORIES : Election 2023World NewsBusiness NewsStates & City NewsEntertainment News ABOUT : This website follows the DNPA’s code of conductColombia Ads and PublishingAbout UsTerms and ConditionsPrivacy Policy DOWNLOAD OUR APPS FOLLOW US ON Copyright - 2022 Bennett, Coleman & Co. Ltd. All rights reserved. For reprint rights : Times Syndication Service

 

What Is Bitcoin Mining: क्रिप्टो माइनिंग में कजाखस्तान ऐसे बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश, जानिए कितना कमा सकते हैं इस बिजनस से!

What Is Bitcoin Mining: पिछले साल चीन ने अचानक से क्रिप्टोकरंसी माइनिंग (Cryptocurrency Mining) पर पाबंदी लगा दी। कजाखस्तान ने मौके का फायदा उठाते हुए क्रिप्टो माइनिंग शुरू कर दी। आज कजाखस्तान में बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin Mining) का बिजनस खूब फल फूल रहा है। इसकी दो बड़ी वजहे हैं। पहली ये कि वहां बिजली सस्ती है और दूसरी ये कि वहां सरकार की नीतियां बिटकॉइन माइनिंग के समर्थन में हैं।

Curated By  | Updated: 5 Feb 2022, 3:57 pm
what is bitcoin mining how cryptocurrency mining works kazakhstan became second in crypto mining
What Is Bitcoin Mining: क्रिप्टो माइनिंग में कजाखस्तान ऐसे बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश, जानिए कितना कमा सकते हैं इस बिजनस से!
नई दिल्ली: क्रिप्टोकरंसी से पैसा कमाने वालों में दो तरह के लोग हैं। एक वो जो इसमें पैसे लगाकर मुनाफा कमाते हैं और दूसरे वो जो क्रिप्टोकरंसी की माइनिंग (Cryptocurrency Mining) से पैसे कमाते हैं। चीन में खूब क्रिप्टो माइनिंग होती थी, लेकिन पिछले साल चीन ने अचानक से क्रिप्टोकरंसी माइनिंग (Bitcoin Mining) पर पाबंदी लगा दी। ये देखते ही पड़ोसी देश कजाखस्तान ने मौके का फायदा उठाते हुए क्रिप्टो माइनिंग शुरू कर दी। आज की तारीख में क्रिप्टो माइनिंग के मामले में कजाखस्तान दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है।

कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग से खूब कमा रहे लोग

कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग से खूब कमा रहे लोग

मर्दों के रसूख वाले क्रिप्टो माइनिंग के कारोबार में एक महिला मोल्दिर शुभायेवा ने एंट्री मारकर एक मिसाल कायम की है। मोल्दिर शुभायेवा पिछले करीब 4-5 सालों से क्रिप्टो माइनिंग का बिजनस कर रही हैं। वह अपने काम के लिए कितनी समर्पित हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि कई बार वह अधिक काम होने के चलते दफ्तर में ही सो जाती हैं। करीब 5 साल पहले बिटकॉइन माइनिंग में उनकी दिलचस्पी बढ़ी। इसके बाद उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर घर में ही बिटकॉइन माइनिंग की। नतीजे अच्छे मिले तो उसे बड़े लेवल पर करने की सोची और आज वह बिटकॉइन माइनिंग से खूब कमाती हैं। उन्हीं की तरफ बहुत सारे लोग कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग के जरिए खूब कमा रहे हैं।

कजाखस्तान में क्यों फल-फूल रहा है क्रिप्टो माइनिंग बिजनस

कजाखस्तान में क्यों फल-फूल रहा है क्रिप्टो माइनिंग बिजनस

आज के वक्त में कजाखस्तान बिटकॉइन माइनिंग में 18 फीसदी हिस्सेदारी के साथ दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। कजाखस्तान में क्रिप्टोमाइनिंग के बिजनस ने 2019 में तेजी पकड़ी। कजाखस्तान में इस बिजनस के फलने-फूलने की दो वजहें हैं। पहला तो ये कि वहां बिजली सस्ती है, दूसरा ये कि सरकार की नीतियां इसके खिलाफ नहीं हैं। हालांकि, अधिक बिजली के लिए अधिक कोयला जल रहा है, जिससे प्रदूषण खूब फैल रहा है। कजाखस्तान में तेजी से बढ़ी क्रिप्टोमाइनिंग से कंप्यूटर और खासकर ग्राफिक्स कार्ड की तगड़ी मांग पैदा हुई।

क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग?

क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग?

माइनिंग का नाम सुनते ही सबसे पहले सोने, हीरे या कोयले की खुदाई का ख्याल मन में आता है। क्रिप्टो माइनिंग या बिटकॉइन माइनिंग का मतलब पजल्स को सॉल्व करके नई बिटकॉइन बनाना है। चलिए थोड़ा आसान भाषा में समझते हैं। जिस तरह हम किसी को पैसे भेजने को लिए कोई ट्रांजेक्शन करते हैं तो वह पहले बैंक के पास जाती है और फिर बैंक उसे वैलिडेट कर के आगे भेजता है। क्रिप्टोकरंसी के मामले में कॉइन भेजने वाले उसे रिसीव करने वाले के बीच में बैंक जैसा कुछ नहीं होता है, बल्कि सिर्फ कंप्यूटर्स होते हैं। इन कंप्यूटर्स को कुछ लोग चलाते हैं, जिसके जरिए हर ट्रांजेक्शन वैलिडेट होती है। उनकी इस मेहनत के बदले उन्हें बिटकॉइन मिलते हैं। इसे ही बिटकॉइन माइनिंग कहते हैं। अन्य क्रिप्टोकरंसी में भी इसी तरह माइनिंग होती है।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को भी आसान भाषा में समझें

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को भी आसान भाषा में समझें

जब कोई शख्स किसी दूसरे शख्स को क्रिप्टोकरंसी भेजता है, तो वह ट्रांजेक्शन कंप्यूटर्स के पास जाती है। इनके जरिए क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन को वेलिडेट किया जाता है और इन्हें डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में शामिल किया जाता है। यह सारी ट्रांजेक्शन एक ब्लॉक में दर्ज होती हैं और इस ब्लॉक की साइज करीब 1 एमबी की होती है। जब एक ब्लॉक भर जाता है तो उसे ब्लॉक कर के नया ब्लॉक बनाया जाता है और नए ब्लॉक को पहले वाले ब्लॉक से जोड़ा जाता है। यह सारे ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े रहते हैं, जिससे एक चेन सी बन जाती है। इसी वजह से इसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कहा जाता है।

माइनर्स निभाते हैं अहम भूमिका

माइनर्स निभाते हैं अहम भूमिका

डिजिटल करेंसी की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को आसानी से मैनिपुलेट किया जा सकता है। यही वजह है कि बिटकॉइन के डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में केवल मान्यता प्राप्त माइनर्स को ही डिजिटल लेजर में ट्रांजैक्शंस अपडेट करने की अनुमति है। इस तरह यह सुनिश्चित करना माइनर्स का काम है कि नेटवर्क पर डबल स्पेंडिंग न हो। इसी वजह से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है, जिसमें पूरी चेन में जुड़े हर कंप्यूटर पर जानकारी मौजूद होती है, जिससे यह तकनीक बेहद सुरक्षित बन जाती है।

यूं होती है माइनिंग से कमाई

यूं होती है माइनिंग से कमाई

नेटवर्क को सुरक्षित रखने के लिए माइनर्स को इनाम के तौर पर नए कॉइन दिए जाते हैं। चूंकि डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर्स में कोई केंद्रीय अथॉरिटी नहीं है, इसलिए ट्रांजैक्शंस को वैलिडेट करने के लिए माइनिंग प्रोसेस बहुत अहम है। केवल मान्यता प्राप्त माइनर्स को ही डिजिटल लेजर में ट्रांजैक्शंस अपडेट करने की इजाजत है। इसके लिए प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) consensus protocol बनाया गया है। PoW नेटवर्क को बाहरी हमलों से भी बचाता है।

एडवांस मशीनों की होती है जरूरत

एडवांस मशीनों की होती है जरूरत

क्रिप्टो माइनिंग एक तरह से बहुमूल्य धातुओं की माइनिंग की तरह है। जिस तरह सोना, चांदी या हीरे को निकाला जाता है, उसी तरह क्रिप्टो माइनर्स सर्कुलेशन में नए कॉइन रिलीज करते हैं। इसके लिए ऐसी मशीनों को काम पर लगाया जाता है जो गणित के जटिल समीकरणों को सुलझाते हैं। इन समीकरणों की जटिलता लगातार बढ़ती ही जा रही है। समय के साथ-साथ माइनर्स ने PoW को सुलझाने के लिए ज्यादा एडवांस्ड मशीनों को लगाया है। माइनर्स के बीच प्रतिस्पर्द्धा बढ़ने से क्रिप्टोकरेंसी की कमी भी बढ़ी है।

कौन कर सकता है माइनिंग?

क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग के लिए ऐसे कम्प्यूटर चाहिए, जिनमें जटिल क्रिप्टोग्राफिक मैथमेटिक इक्वेशंस को सॉल्व करने के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर हो। बिटकॉइन के शुरुआती दिनों में इसे होम कम्प्यूटर से एक सिंपल सीपीयू चिप से माइन किया जा सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं रह गया है। आज इसके लिए स्पेशलाइज्ड सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसे चौबीसों घंटे भरोसेमंद इंटरनेट कनेक्शन के साथ जोड़े रखना पड़ता है। हर क्रिप्टो माइनर के लिए ऑनलाइन माइनिंग पूल का मेंबर होना जरूरी है।

यह वीडियो भी देखें

Cryptocurrency Mining: क्या होती है बिटकॉइन माइनिंग और कैसे करती है काम
    
के बारे में
No Designation

Post a Comment

Previous Post Next Post